जुवेरिया इरम: उर्दू यूनिवर्सिटी की शोधार्थी ने दिलाई भारत को वैश्विक पहचान

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हैदराबाद की मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी यानि (MANUU) की पीएच.डी. स्कॉलर जुवेरिया इरम ने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय जर्नल Nature की Scientific Reports में अपने दो शोध प्रकाशित कर नया इतिहास रच दिया है। इस उपलब्धि ने न केवल विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है, बल्कि उर्दू माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा का संदेश दिया है।

जुवेरिया इरम के इन दोनों शोधों में आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों और जैविक संरचनाओं के अध्ययन पर विशेष ध्यान दिया गया है। उनके कार्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है और यह भारतीय वैज्ञानिक समुदाय के लिए गौरव की बात है।

यह उपलब्धि प्रो. अलीम बाशा और डॉ. कलीम जलीली के मार्गदर्शन में संभव हुई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जुवेरिया की इस सफलता को MANUU के लिए गर्व का क्षण बताया है। जुवेरिया इरम ने यह साबित किया है कि मेहनत और लगन से भाषा या संसाधनों की कोई बाधा प्रतिभा को नहीं रोक सकती। उनकी यह कामयाबी भारतीय महिला शोधकर्ताओं और उर्दू माध्यम के छात्रों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बन गई है।

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