क्रिकेट की वो 10 कहानियाँ — जब महिलाओं ने ‘पहले’ इतिहास रचा, पुरुषों ने ‘बाद में’ दोहराया

Reading time : 0 minutes

जब हम क्रिकेट की बात करते हैं तो अक्सर नाम आते हैं — सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, विराट कोहली, या कपिल देव।
लेकिन क्रिकेट की असली कहानी सिर्फ़ पुरुषों की नहीं है। इस खेल की कई ऐतिहासिक शुरुआतें महिलाओं के बल्ले और गेंद से हुईं, बहुत पहले, जब शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि महिलाएं क्रिकेट खेलेंगी।

दरअसल, महिला क्रिकेट कोई नई बात नहीं। 1745 में इंग्लैंड में पहला महिला मैच खेला गया था — यानी जब क्रिकेट खुद अपने शुरुआती कदमों पर था। और फिर 1934 में हुआ पहला महिला इंटरनेशनल मैच। गति थोड़ी धीमी रही, पर इतिहास गढ़ने की बात आए तो महिलाएं कई बार पुरुषों से आगे निकलीं।

आइए, जानते हैं वो 10 रिकॉर्ड जो महिलाओं ने पुरुषों से पहले बनाए | और जो आज भी दुनिया को प्रेरित करते हैं।

  1. वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक

जब भी “डबल सेंचुरी” की बात आती है, लोग सचिन तेंदुलकर का नाम लेते हैं।लेकिन असल में यह रिकॉर्ड 13 साल पहले बन चुका था ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क ने 1997 के विश्व कप में डेनमार्क के खिलाफ 155 गेंदों में 229 रन ठोके थे। यह मैच मुंबई के एमआईजी ग्राउंड पर खेला गया था। यह वो दिन था, जब महिलाओं ने साबित किया कि “बड़े रिकॉर्ड” जेंडर नहीं देखते।

  1. पहली टीम जिसने वनडे में 400 रन बनाए

उसी मैच में ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने तीन विकेट पर 412 रन बना डाले। यह क्रिकेट इतिहास में किसी भी टीम द्वारा 400 रन पार करने की पहली उपलब्धि थी। पुरुषों ने यह रिकॉर्ड 9 साल बाद 2006 में जोहान्सबर्ग में हासिल किया। महिलाएं तब तक ये कहानी लिख चुकी थीं।

  1. एक मैच में पांच विकेट लेने वाली पहली गेंदबाज़

1973 के पहले महिला विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की टीना मैकफ़र्सन ने 12 ओवर में सिर्फ़ 14 रन देकर 5 विकेट लिए। यह उपलब्धि पुरुषों में दो साल बाद 1975 के विश्व कप में डेनिस लिली ने दोहराई। टीना ने वह कर दिखाया था, जिसे तब “पुरुषों का खेल” कहा जाता था।

  1. विकेट के पीछे का करिश्मा – छह डिसमिसल एक मैच में

एडम गिलक्रिस्ट से सात साल पहले ही भारत की कल्पना वेंकटाचार और न्यूज़ीलैंड की सारा इलिंगवर्थ ने यह कारनामा कर दिखाया था। कल्पना ने पांच स्टंपिंग और एक कैच, जबकि सारा ने चार कैच और दो स्टंपिंग की थीं। वो दिन, जब विकेटकीपिंग में भी महिलाओं ने इतिहास रचा।

  1. एक ही टेस्ट में शतक और दस विकेट – दोहरा कमाल

1958 में ऑस्ट्रेलिया की बेट्टी विल्सन ने इंग्लैंड के खिलाफ एक ऐसा टेस्ट खेला, जिसे आज भी “परफेक्ट मैच” कहा जा सकता है। पहली पारी में 7 विकेट, दूसरी में 4 विकेट और बीच में एक शानदार शतक। बाद में इयान बॉथम और एलन डेविडसन ने यह उपलब्धि दोहराई, पर पहली बार इसे करने वाली थीं बेट्टी।

  1. वनडे इतिहास का पहला टाई मैच

1982 में इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड की महिला टीमों ने 147-147 रन बनाकर मुकाबला टाई किया। यह वनडे इतिहास का पहला “टाई” मैच था। पुरुषों ने यह अनुभव कई साल बाद पाया।

  1. सबसे कम उम्र की इंटरनेशनल क्रिकेटर

सिर्फ़ 13 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाली साजिदा शाह ने पाकिस्तान के लिए 2000 में डेब्यू किया। इतनी कम उम्र में राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनना, किसी सपने से कम नहीं था।

  1. पहला विश्व कप और पहला टी20 इंटरनेशनल – दोनों महिलाओं ने शुरू किए

क्रिकेट का पहला विश्व कप 1973 में महिलाओं के लिए खेला गया था | यानी पुरुषों के पहले वर्ल्ड कप से पूरे दो साल पहले। और जब टी20 क्रिकेट का युग शुरू हुआ, तो उसका पहला अंतरराष्ट्रीय मैच भी महिलाओं ने खेला था 5 अगस्त 2004 को इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच। पुरुषों ने यह प्रारूप 2005 में अपनाया।

  1. पिंक बॉल की शुरुआत भी महिलाओं से

डे-नाइट टेस्ट और पिंक बॉल की चर्चा जब हुई, तो सबको 2015 का एडिलेड टेस्ट याद आया। लेकिन हकीकत यह है कि 2008 में क्वींसलैंड और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों ने पिंक बॉल से पहला मैच खेला था। और 2009 में यह प्रयोग इंटरनेशनल स्तर पर हुआ | महिलाएं फिर एक बार भविष्य को दिशा दे चुकी थीं।

  1. ओवरआर्म गेंदबाज़ी – आधुनिक क्रिकेट की जनक एक महिला

19वीं सदी की क्रिकेटर क्रिस्टियाना विल्स ने 1805 में ओवरआर्म गेंदबाज़ी शुरू की। वजह? उनकी लंबी स्कर्ट उन्हें अंडरआर्म बॉल डालने नहीं देती थी।
उन्होंने स्टाइल बदला | और दुनिया को आधुनिक क्रिकेट की गेंदबाज़ी दी।

निष्कर्ष: इन दस कहानियों से यह साफ़ है — महिलाएं क्रिकेट की दर्शक नहीं, निर्माता रही हैं। उन्होंने खेल के नियम बदले, सीमाएँ तोड़ीं, और वो कीर्तिमान बनाए जिन्हें बाद में पुरुषों ने अपनाया।

आज जब हम क्रिकेट में “पहली बार” की बातें करते हैं, तो याद रखना चाहिए | पहली बार का मतलब, अक्सर किसी महिला का नाम होता है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *