एसएससी: लाखों युवाओं के लिए सरकारी नौकरी का सबसे भरोसेमंद रास्ता

Reading time : 0 minutes

नई दिल्ली: केंद्रीय सरकार की स्थायी नौकरी, बेहतर वेतन और सुविधाएं — यही कारण है कि देश के लाखों युवा हर साल स्टाफ़ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) की परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। हरियाणा के भिवानी की मालविका भी उन्हीं में से एक हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से बीएससी करने के बाद वह दो साल से इनकम टैक्स ऑफिसर बनने का सपना संजोए मेहनत कर रही हैं।

मालविका कहती हैं, “अच्छी सैलरी और स्थिर जीवन के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट की नौकरी सबसे बेहतर विकल्प है।”

स्टाफ़ सेलेक्शन कमीशन यानी एसएससी केंद्र सरकार का एक प्रमुख भर्ती आयोग है, जो मंत्रालयों, विभागों और कार्यालयों में ग्रुप बी और ग्रुप सी स्तर की नौकरियों के लिए परीक्षाएं आयोजित करता है। हर साल दसवीं, बारहवीं और ग्रैजुएशन पास लाखों छात्र इसके ज़रिए सरकारी सेवा में आने की कोशिश करते हैं।

भारत में हर साल लगभग एक करोड़ युवा ग्रैजुएशन पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में निकलते हैं, लेकिन अवसरों की संख्या सीमित है। पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे 2025 के अनुसार ग्रामीण युवाओं में बेरोज़गारी दर 13.7 फ़ीसदी और शहरी युवाओं में 18 फ़ीसदी तक है। ऐसे माहौल में एसएससी की भर्तियां युवाओं के लिए उम्मीद की किरण बनती हैं।

साल 2025 में एसएससी की सीजीएल परीक्षा के ज़रिए केंद्र सरकार के विभागों में 14,582 पदों पर भर्ती निकली थी। 2024 में यह संख्या 17 हजार से अधिक थी, जबकि 2023 में आठ हजार से ज़्यादा और 2022 में 37 हजार से भी अधिक पद भरे गए थे। ये आंकड़े केवल सीजीएल परीक्षा के हैं, जबकि एसएससी इसके अलावा भी कई स्तरों की परीक्षाएं आयोजित करता है।

एसएससी परीक्षा पास कर चुके और अब छात्रों को इसकी तैयारी करवाने वाले जीत राणा बताते हैं कि इस परीक्षा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें हर शैक्षणिक स्तर के उम्मीदवारों के लिए अवसर हैं। दसवीं पास से लेकर ग्रैजुएट तक कोई भी इसमें शामिल हो सकता है। उनका कहना है कि एसएससी की भर्ती प्रक्रिया अन्य सरकारी परीक्षाओं की तुलना में अपेक्षाकृत तेज़ होती है और इसका सिलेबस भी स्पष्ट है। अंग्रेज़ी, गणित, रीज़निंग और सामान्य ज्ञान जैसे चार विषय लगभग हर परीक्षा का आधार होते हैं।

एग्ज़ामपुर वेबसाइट से जुड़े शिक्षक विवेक का कहना है कि एसएससी के ज़रिए ग्रुप डी से लेकर ग्रुप बी तक की नौकरियां मिलती हैं और यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है। अलग-अलग स्तरों के लिए अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिनके ज़रिए क्लर्क, असिस्टेंट, इंस्पेक्टर, इंजीनियर और कॉन्स्टेबल जैसे पद भरे जाते हैं।

कंबाइंड ग्रैजुएट लेवल (सीजीएल) परीक्षा के ज़रिए इनकम टैक्स ऑफ़िसर, असिस्टेंट सेक्शन ऑफ़िसर, ऑडिटर और इंस्पेक्टर जैसे पदों पर भर्ती होती है, जिनकी सैलरी 25 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक होती है। कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल (सीएचएसएल) परीक्षा बारहवीं पास उम्मीदवारों के लिए होती है, जिसके ज़रिए क्लर्क, डेटा एंट्री ऑपरेटर और पोस्टल असिस्टेंट जैसे पद भरे जाते हैं। इन पदों का वेतनमान लगभग 20 हजार से 90 हजार रुपये तक होता है।

दसवीं पास उम्मीदवारों के लिए मल्टी टास्किंग स्टाफ़ (एमटीएस) परीक्षा होती है, जिसके माध्यम से चपरासी, माली या वॉचमैन जैसे नॉन-गज़ेटेड पदों पर भर्ती होती है। इसके अलावा एसएससी जीडी कॉन्स्टेबल परीक्षा केंद्रीय सुरक्षा बलों जैसे बीएसएफ़, सीआरपीएफ़, सीआईएसएफ़ और आईटीबीपी में कॉन्स्टेबल पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जाती है। इन पदों पर वेतन 20 हजार से लेकर 90 हजार रुपये तक होता है।

जूनियर इंजीनियर (जेई) और सीपीओ यानी सब-इंस्पेक्टर जैसी परीक्षाएं भी एसएससी के ज़रिए कराई जाती हैं। इन पदों के लिए इंजीनियरिंग डिप्लोमा, डिग्री या ग्रैजुएशन योग्यता मांगी जाती है।

उम्मीदवार एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। उन्हें आवश्यक दस्तावेज़, फ़ोटो और सिग्नेचर अपलोड करने के बाद सौ रुपये आवेदन शुल्क देना होता है। सामान्यतः आवेदन की आयु सीमा 18 से 32 वर्ष होती है, जबकि ओबीसी उम्मीदवारों को तीन वर्ष और एससी-एसटी वर्ग को पांच वर्ष की छूट दी जाती है। भारतीय नागरिकों के अलावा नेपाल, भूटान और कुछ अन्य देशों से आए भारतीय मूल के लोग भी पात्र हैं।

जीत राणा के अनुसार, एसएससी की तैयारी के लिए छह महीने का नियमित और केंद्रित अध्ययन पर्याप्त हो सकता है। उनका कहना है कि यदि घर का माहौल अनुकूल नहीं है, तो दसवीं के बाद से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, अन्यथा बारहवीं के बाद ग्रैजुएशन के साथ पढ़ाई करना सबसे उचित समय है। मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस से यह समझना आसान होता है कि तैयारी का स्तर क्या है और सुधार की ज़रूरत कहाँ है।

विवेक का मानना है कि यदि किसी छात्र को एसएससी में सफलता नहीं मिलती, तो भी उसकी तैयारी व्यर्थ नहीं जाती। सिलेबस दूसरे राज्यों की सरकारी परीक्षाओं से मिलता-जुलता होने के कारण यह अनुभव भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं में काम आता है।

देश में बढ़ती बेरोज़गारी के बीच एसएससी युवाओं के लिए एक स्थिर, सुरक्षित और सम्मानजनक करियर का अवसर प्रदान करता है। यह सिर्फ़ एक परीक्षा नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के सपनों की वह राह है, जो उन्हें केंद्र सरकार की सेवा तक पहुंचाती है।

मालविका जैसी हज़ारों छात्राएं इसी उम्मीद के साथ मेहनत कर रही हैं कि एक दिन उनके नाम के आगे लिखा होगा — इनकम टैक्स ऑफिसर, भारत सरकार।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *