By Dilshad Noor
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार की मांग उठाते हुए अफ्रीका को स्थायी सीट देने पर ज़ोर दिया। उन्होने कहा कि अफ्रीका महाद्वीप का प्रतिनिधित्व कम है। इसके साथ ही उन्होने स्वीकार किया कि यूएनएससी की संरचना बदलती दुनिया के साथ तालमेल बिठाने में विफल रही है।
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, एंटोनियो गुटरेस ने कहा, “हम यह स्वीकार नहीं कर सकते कि दुनिया के प्रमुख शांति और सुरक्षा निकाय में एक अरब से अधिक लोगों वाले महाद्वीप के लिए स्थायी आवाज़ का अभाव हो…. न ही हम यह स्वीकार कर सकते हैं कि अफ्रीका के विचारों को महाद्वीप और दुनिया भर में शांति और सुरक्षा के सवालों पर कम आंका जाता है।”
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस के दावों से असहमत नजर आये। उन्होने बहस के दौरान कहा कि संयुक्त राष्ट्र को दुनिया को उसी तरह से प्रतिबिंबित करना चाहिए जैसा कि वह है।
उन्होंने कहा, “यह तथ्य कि सुरक्षा परिषद में अफ्रीका का प्रतिनिधित्व स्पष्ट रूप से कम है, सरासर गलत है, क्योंकि यह समानता और समावेशन के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है।”
उन्होने भी सुरक्षा परिषद में सुधार की वकालत की। उन्होने कहा कि “यह राज्यों की संप्रभुता समानता के सिद्धांत के विपरीत है और इस संस्था में तत्काल सुधार की आवश्यकता है, ताकि यह दुनिया को उस रूप में प्रतिबिंबित कर सके जैसा कि यह अब है, न कि जैसा कि यह लगभग 80 साल पहले थी।”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बोलते हुए सिएरा लियोन के राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो ने कहा कि अफ्रीका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो स्थायी सीटों और दो अतिरिक्त अस्थायी सीटों की मांग करता है।
उन्होने वीटो को खत्म करने की मांग करते हुए आगे कहा कि “अफ्रीकी संघ अफ्रीकी स्थायी सदस्यों का चयन करेगा। अफ्रीका चाहता है कि वीटो को समाप्त कर दिया जाए। हालांकि, अगर संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश वीटो को बनाए रखना चाहते हैं, तो न्याय के मामले में इसे सभी नए स्थायी सदस्यों तक बढ़ाया जाना चाहिए।”
लोपेस ने कहा, “अफ्रीका के वोटों के लिए प्रतिस्पर्धा है; अफ्रीका के ब्लॉक के लिए वास्तव में एक या दूसरे पद के साथ तालमेल बिठाना बहुत मुश्किल हो गया है।”
बता दें कि 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य — चीन, फ्रांस, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम — के पास वीटो शक्ति है। जबकि शेष 10 अस्थायी सीटें क्षेत्रीय आधार पर आवंटित हैं।
इन 10 सीटों में अफ्रीकी देशों के लिए तीन सीटें, एशिया-प्रशांत, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन, पश्चिमी यूरोप और अन्य देशों के लिए दो-दो सीटें और पूर्वी यूरोप के लिए एक सीट शामिल है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफ्रीका के लिए उठी स्थायी सीट की मांग संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार की मांग उठाते हुए अफ्रीका को स्थायी सीट देने पर ज़ोर दिया। उन्होने कहा कि अफ्रीका महाद्वीप का प्रतिनिधित्व कम है। इसके साथ ही उन्होने स्वीकार किया कि यूएनएससी की संरचना बदलती दुनिया के साथ तालमेल बिठाने में विफल रही है।