केसर की ख़ुशबू से महकती कश्मीर की वादियों में, जहाँ कविता और सूफ़ीवाद का संगम सदियों से होता आया है, वहाँ अब्दुल वहाब खार (लगभग…
View More वहाब खार: लोहार-संत, जिसने गढ़ी कश्मीरी रहस्यवाद की आत्माकेसर की ख़ुशबू से महकती कश्मीर की वादियों में, जहाँ कविता और सूफ़ीवाद का संगम सदियों से होता आया है, वहाँ अब्दुल वहाब खार (लगभग…
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