कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए 19 नए उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें एक नाम ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। ये नाम पार्टी द्वार बसोहली विधानसभा सीट के लिए उतारे गए उम्मीदवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री लाल सिंह का है।
दरअसल, लाल सिंह पर 2018 में कठुआ बलात्कार मामले के आरोपियों के समर्थन में तिरंगा रैली का नेतृत्व करने का आरोप है। कठुआ बलात्कार मामले में 8 वर्षीय मुस्लिम लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था।
इस घटना के बाद, लाल सिंह ने आरोपियों के समर्थन में तिरंगा रैली का निकाली थी और उनके पक्ष में बयान भी दिये थे। जिसके बाद लाल सिंह के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला था। बाद में लाल सिंह को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
लाल सिंह 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने लाल सिंह को टिकट दिया हो। लाल सिंह को पहले भी कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में टिकट दिया था। कांग्रेस के इस निर्णय की जम्मू-कश्मीर में विभिन्न दलों और नेताओं ने आलोचना की।
चौधरी लाल सिंह जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री रहे। वह डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के संस्थापक और प्रमुख भी हैं।