रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तुर्किये की आगामी यात्रा के लिए लड़ाकू विमानों की मांग की है। उनकी इस तरह की जटिल प्रकृति मांगों की के कारण उनकी कई आधिकारिक यात्राओं पर सवाल खड़े कर दिये है।
समाचार आउटलेट, मिडिल ईस्ट आई के अनुसार, अज्ञात स्रोतों ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन की मार्ग में विमान को मार गिराने का डर सता रहा है। इसलिए उन्होने तुर्किये जाने के दौरान रूसी लड़ाकू विमानों की मांग की है।
हालांकि, ऐसी मांग उनकी इस यात्रा को और जटिल बना सकती है है, क्योंकि रूसी लड़ाकू विमान अगर तुर्की की वायु सीमा में प्रवेश करते हैं – और संभवतः उन्हें तुर्की क्षेत्र में उतारते हैं। विमान को दुश्मन के लक्ष्य या खतरे के रूप में देखने के कारण नाटो वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय हो सकती है।
एक सूत्र ने बताया कि रूस के अनुरोध को पूरा करने के लिए तुर्की द्वारा नाटो रक्षा प्रणालियों को बंद करने की संभावना नहीं है, लेकिन अब तक कथित तौर पर ये मांगें पिछले एक दशक में पुतिन की अंकारा यात्रा की योजनाओं में देरी का मुख्य कारण रही हैं, उनकी आखिरी यात्रा 2014 में हुई थी।
रूसी और तुर्की अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति के अक्टूबर के पहले सप्ताह में आने की उम्मीद है, लेकिन मॉस्को के ‘असामान्य’ अनुरोध के कारण कार्यक्रम में और जटिलताएँ आने की संभावना है।