नई दिल्ली: वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसदीय समिति को मिले लगभग 1.25 करोड़ फीडबैक पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने चिंता जताई है। उन्होंने गृह मंत्रालय से जांच की मांग की है, जिसमें आईएसआई और चीन की भूमिका का भी संदेह है।
दुबे ने समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को पत्र लिखकर कहा कि जांच में कट्टरपंथी संगठनों और विवादास्पद व्यक्तियों, जैसे जाकिर नाइक, की भूमिका भी शामिल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में फीडबैक केवल भारत से नहीं आ सकती। दुबे ने इसे “अभूतपूर्व” करार दिया और इसकी मंशा की जांच की मांग की।
दुबे ने चेतावनी दी कि यह एक चिंताजनक स्थिति है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “यह जरूरी है कि समिति इस बात का ध्यान रखे कि हमारी विधायी प्रक्रिया स्वतंत्र रहे।”समिति ने विवादास्पद विधेयक पर लोगों से प्रतिक्रिया मांगने के लिए विज्ञापन जारी किया था। दुबे ने सवाल उठाया कि क्या विदेशी संस्थाएं जानबूझकर इस प्रक्रिया में हेरफेर कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि कई फीडबैक एक जैसे हैं, जो संकेत करते हैं कि ये एक संगठित प्रयास का हिस्सा हो सकते हैं। दुबे ने कट्टरपंथी संगठनों के बारे में भी बात की और कहा कि वे अक्सर बाहरी शक्तियों से प्रभावित होते हैं। उन्होंने जाकिर नाइक के प्रभाव को भी नकारा नहीं किया।
दुबे ने कहा, “यदि इस फीडबैक के पीछे विदेशी एजेंसियां हैं, तो यह हमारे देश पर बड़ा हमला होगा।” उन्होंने पाल से अनुरोध किया कि गृह मंत्रालय को गहन जांच करने दी जाए, ताकि सभी सदस्यों के साथ निष्कर्ष साझा किए जा सकें और पारदर्शिता बनी रहे।