ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र में कांग्रेस से हाथ मिलाने की अपील की है। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को हराने के लिए विपक्ष की एकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
हरियाणा चुनावों में कांग्रेस की हार पर टिप्पणी करते हुए ओवैसी ने कहा कि पार्टी अपनी हार का ठिकरा एआईएमआईएम पर डालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर मैं वहां होता, तो वे इसे ‘बी-टीम’ के सिर मढ़ देते।”
ओवैसी ने कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा, “क्या शेरवानी या टोपी-दाढ़ी वाला नेता यहां नहीं आया? वे अपनी हार को समझ नहीं पा रहे हैं।”
उन्होंने कांग्रेस से स्पष्ट किया कि अगर उन्हें मोदी को हराना है, तो सभी विपक्षी दलों को मिलकर काम करना होगा। ओवैसी ने कहा, “आप अकेले कुछ नहीं कर पाएंगे। सबको साथ लेकर चलना होगा।”
एआईएमआईएम का लक्ष्य 28 मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ना है। पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने बताया कि कांग्रेस और एनसीपी को एक औपचारिक प्रस्ताव भेजा गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो एआईएमआईएम कम सीटों पर भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, ताकि भाजपा को कोई लाभ न मिल सके।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 288 सीटों के लिए नवंबर में होने की संभावना है। भाजपा के पास वर्तमान में 103 सीटें हैं, एनसीपी के पास 41, कांग्रेस के पास 40, और शिवसेना (यूबीटी) के पास 15 सीटें हैं।
असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के पास महाराष्ट्र में मालेगांव सेंट्रल और धुले सिटी से दो विधायक हैं, और राज्य के 113 पार्षदों में से 25 एआईएमआईएम के हैं।