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एनबीसी न्यूज़ ने गुरुवार को वर्तमान और पूर्व अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि जून में अमेरिका ने ईरान के तीन ईरानी परमाणु स्थलों को निशाना बनाया था। लेकिन अब सामने आया कि उनमे से दो परमाणु स्थलों को उतना नुकसान नहीं पहुँचा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दो अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि ईरान के फोर्डो परमाणु संयंत्र पर हमला संवर्धन क्षमताओं को दो साल तक पीछे धकेलने में सफल रहा। हालांकि वे केवल इस हद तक क्षतिग्रस्त हुए है कि अगर ईरान चाहे तो अगले कुछ महीनों में परमाणु संवर्धन फिर से शुरू किया जा सके।
वहीं व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अन्ना केली ने एनबीसी न्यूज़ को एक बयान में बताया: “जैसा कि राष्ट्रपति ने कहा है और विशेषज्ञों ने पुष्टि की है, ऑपरेशन मिडनाइट हैमर ने ईरान की परमाणु क्षमताओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।”
पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता सीन पार्नेल ने एनबीसी को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प “स्पष्ट थे और अमेरिकी लोग समझते हैं: फोर्डो, इस्फ़हान और नतांज़ में ईरान के परमाणु ठिकानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया था। इसमें कोई संदेह नहीं है।”
अमेरिका ने पिछले महीने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए थे, यह कहते हुए कि वे परमाणु हथियार विकसित करने के एक कार्यक्रम का हिस्सा थे। तेहरान का कहना है कि उसका परमाणु विकास पूरी तरह से नागरिक उद्देश्यों के लिए है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची के अनुसार, फोर्डो परमाणु स्थल पर हमलों से भारी नुकसान हुआ है।
