माॅब लिंचिंग की घटनाओं पर बोले चंद्रशेखर, हमारे लोगों की जान सस्ती नहीं, एक करोड़ रुपया मुआवज़ा दे सरकार

नई दिल्ली: माॅब लिंचिंग की घटनाओं पर आज़ाद समाजस पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष एंव लोकसभा सांसद ने शदीद गुस्से का इज़हार किया है। चंद्रशेखर आज़ाद ने महाराष्ट्र की ट्रेन में मुस्लिम बुजुर्ग को पीटे जाने एंव हरियाणा के चरखी दादरी में गौरक्षकों द्वारा साबिर मलिक की हत्या किए जाने के ख़िलाफ सख्त नाराज़गी का इज़हार किया है।

लोकसभा सांसद चंद्रखेर आज़ाद ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर (एक्स) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भाजपा शासित महाराष्ट्र और हरियाणा में बीते 24 घंटे में मॉब लिंचिंग की दो वारदात हुई हैं। महाराष्ट्र में ट्रेन में सफर कर रहे हाजी अशरफ पर गौमांस ले जाने का आरोप लगाकर जानवरों की तरह पीटा गया, शुक्र है उनकी जान बच गई। हरियाणा के चरखी दादरी में बंगाल के मजदूर साबिर मलिक को सिर्फ संदेह में तथाकथित गौरक्षकों ने पीट-पीट कर मार डाला।

चंद्रशेखर ने कहा कि दोनों ही घटनाएं असहनीय और अस्वीकार्य है। मॉब लिंचिंग की इन वारदातों के ख़िलाफ सरकारें सख्त नहीं हो रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर कब तक हमारे लोगों को “मॉब लिंचिंग” के नाम पर यूं ही बेरहमी से कत्ल किया जाता रहेगा?

चंद्रशेखर ने मांग की है कि मॉब लिंचिंग करने वालों को मृत्यू दंड दिया जाना चाहिए, वरना मॉब लिंचिंग की ये घटनाएं होती रहेंगी। मैं सम्बन्धित राज्य सरकारों से मांग करता हूं मॉब लिंचिंग में जान गंवाने वाले मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपया बतौर मुआवज़ा दिया जाए और मुआवज़े की ये रक़म मॉब लिंचिंग करने वालों से वसूली जाए। ताकि पता चले कि हमारे लोगों की जान, उनका लहू इतना सस्ता नहीं है कि उसे यूं ही बहा दिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार या तो इन घटनाओं पर पूर्ण विराम लगा ले, वरना मैं पूरे देश में आंदोलन करूंगा।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कल्याण में ट्रेन में सफर कर रहे हाजी अशरफ के साथ कुछ युवकों ने गालियां देते हुए मार पीट की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। हाजी अशरफ महाराष्ट्र के जलगांव के रहने वाले हैं, जो अपनी एक रिश्तेदारी में मटन लेकर जा रहे थे, लेकिन रास्तें ट्रेन में सफर कर रहे युवकों ने उनपर गौमांस ले जाने का आरोप लगाकर उनके साथ मार पीट की थी।

वहीं हरियाणा के चरखी दादरी में कूड़ा बीनकर अपना परिवार पालने वाले दो बंगाली मजदूरों को कथित गौरक्षकों की भीड़ ने बेरहमी से पीटा जिसमें साबिर मलिक नामी मजदूर की मौत हो गई, जबकि असीरूद्दीन नामी मजदूर की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान अभिषेक, मोहित, रविंदर, कमलजीत और साहिल के रूप में हुई है।

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