भजनलाल सरकार का आदेश – गायों को ‘आवारा’ नहीं कहा जाएगा

Reading time : 0 minutes

राजस्थान की भजनलाल सरकार ने हाल ही में एक नया आदेश जारी किया है जिसमें स्पष्ट किया गया है कि राज्य में गायों और अन्य गोजातीय पशुओं के लिए ‘आवारा’ शब्द का उपयोग नहीं किया जाएगा।

सरकारी निर्देश के अनुसार, ‘आवारा’ शब्द ‘अपमानजनक’ और ‘अनुचित’ माना गया है। इसके स्थान पर ‘बेसहारा’ या ‘असहाय’ जैसे अधिक संवेदनशील शब्दों का इस्तेमाल करने की सिफारिश की गई है।

राज्य के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने इस संबंध में कहा कि जुलाई की शुरुआत में ही उन्होंने यह घोषणा की थी कि गायों को ‘आवारा’ नहीं कहा जाएगा, बल्कि ‘निराशित’ शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कदम का उद्देश्य गायों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना है और उनका संरक्षण सुनिश्चित करना है।

राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि गायों और बैलों के कल्याण के लिए 250 करोड़ रुपये के विशेष फंड का प्रावधान किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पशुपालन विकास कोष का गठन किया जाएगा, जिसका लक्ष्य पशुओं के संरक्षण और उनकी भलाई को बढ़ावा देना है।

विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस आदेश पर सवाल उठाते हुए कहा है कि भाजपा सरकार केवल दिखावे के लिए गायों के कल्याण की बातें कर रही है। कांग्रेस का आरोप है कि वास्तविकता में गायों की स्थिति में सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

इस नई नीति को लेकर राज्य के पशुपालन विभाग में भी चर्चा हो रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इसके प्रभाव कितने सकारात्मक होते हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *