ईरान ने कतर के माध्यम से अमेरिका को एक संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि वह अब इजरायल के मामले में “एकतरफा संयम” नहीं दिखाएगा। यह संदेश तब आया जब इजरायल ने मंगलवार को ईरानी मिसाइलों के हमले का “कड़ा जवाब” देने की धमकी दी थी।
गुरुवार को एक अज्ञात सूत्र ने अल जजीरा से कहा कि ईरान ने अमेरिका को सूचित किया कि अब “एकतरफा संयम का दौर खत्म हो गया है” क्योंकि यह ईरान की सुरक्षा के लिए सही साबित नहीं हुआ।
कतर स्थित मीडिया के अनुसार, ईरान क्षेत्रीय युद्ध नहीं चाहता, लेकिन इजरायल द्वारा किए गए किसी भी हमले का “कड़ा और अप्रत्याशित जवाब” देगा। इसमें इजरायल के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना भी शामिल हो सकता है।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने एक बयान जारी कर अन्य देशों को चेतावनी दी है कि अगर वे इजरायल के खिलाफ किसी भी हमले में ईरान की मदद करते हैं, तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। मिशन ने कहा, “हमारा जवाब सीधे हमलावर पर होगा। अगर कोई देश मदद करता है, तो उसे भी इसका हकदार माना जाएगा।” उन्होंने देशों से अपील की कि वे इस संघर्ष में न फंसे और खुद को दूर रखें।
मंगलवार शाम को इजरायल पर करीब 180 मिसाइलें दागी गईं। इजरायल ने दावा किया कि अधिकांश मिसाइलें उसने नष्ट कर दीं, लेकिन वीडियो से पता चला कि इजरायल के कई इलाकों में मिसाइलों ने असर दिखाया और कई सैन्य सुविधाएं नुकसान पहुंची।
ईरान के दूत अमीर सईद इरावानी ने बुधवार को सुरक्षा परिषद को बताया कि यह हमला आत्मरक्षा में था और ईरान भविष्य में भी ऐसी रक्षा कार्रवाइयां करने के लिए तैयार है।
बुधवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल पर “क्षेत्र में असुरक्षा फैलाने” का आरोप लगाया, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि “कोई भी सैन्य हमला या हमारी सीमाओं को पार करने पर ईरान की ओर से कड़ा जवाब मिलेगा।”
तेल अवीव स्थित चैनल 12 ने मंगलवार को खबर दी कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने “ईरान को कड़ी सजा” देने की कसम खाई है। यह प्रतिक्रिया अमेरिका के साथ मिलकर की जा रही है और कुछ ही दिनों में इसका परिणाम सामने आ सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि वे इजरायल के साथ मिलकर ईरानी तेल पर हमले की संभावना पर विचार कर रहे हैं।